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विश्व की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक, अपना भारत देश, आकर्षक और समृद्ध विरासत, परम्पराओं, पर्व-त्योहारों का एक सर्वव्यापी संगम है। हमारी विरासत की मुख्य विशेषता हमारे पूर्वजों द्वारा निर्मित उत्कृष्ट वास्तुकला और उनके द्वारा दुनिया को प्रदान किया गया महान दर्शन है।
हमारे पूर्वजों ने सनातन (हिंदू धर्म) की भव्यता और सुंदरता का वर्णन केवल कागजों पर ही नहीं बल्कि पत्थरों पर हमारे भव्य इतिहास को उकेर कर किया है।
अगर कभी भी आप गलती से यह सोचते हैं कि आप एक विकसित युग में रह रहे हैं, तब आप अपने पूर्वजों द्वारा हजारों साल पहले बनाये गए अजंता, एलोरा, खजुराहो के मंदिर, सूर्य मंदिर, और हम्पी के मंदिरों के दर्शन अवश्य करिए। हम शर्त लगाते हैं कि आप यह देखकर आश्चर्यचकित रह जाएंगे कि हजारों साल पहले हम कितने उन्नत थे। जब दुनिया मुश्किल से दैनिक मामलों का प्रबंधन कर पा रही थी तो हम इतिहास रच रहे थे। विकास के इस युग और हमारे पूर्वजों के युग के बीच महत्वपूर्ण अंतर यह भी है, कि हमारे पूर्वजों का विकास एक सतत विकास था।
हमारी इस समृद्ध और पवित्र संस्कृति, और वास्तुकला के आकर्षण और भव्यता को पुनर्जीवित करने, विश्व स्तर पर पहचान दिलाने और इस भव्यता की ओर अधिक से अधिक लोगों को आकर्षित करने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बनारस हिंदू विश्वविद्यालय), वाराणसी के विपिन वर्मा अपनी टीम चित्रा और अदिति के साथ प्रयासरत हैं।
प्रोजेक्ट टेम्पल किताबों की श्रृंखला में किताब 'प्रोजेक्ट लव टेम्पल' पहली कड़ी है।
इस किताब का विमोचन मुख्य अतिथि श्री राजन श्रीवास्तव, रजिस्ट्रार इनचार्ज, आईआईटी (बीएचयू), विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर पी.के.रॉय, समन्वयक, स्कूल ऑफ बॉयोमेडिकल इंजीनियरिंग व डॉ. नवीन उपाध्याय, डिप्टी लाइब्रेरियन, आईआईटी(बीएचयू) ने किया। पुस्तक के विमोचन के अवसर पर पर विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर पी.के. रॉय ने कहा लेफ्ट और राइट ब्रेन के सही कॉम्बिनेशन का परिणाम है पुस्तक 'प्रोजेक्ट लव टेम्पल', तथा मुख्य अतिथि श्री राजन श्रीवास्तव ने कहा इतिहासकारों ने जब भारत का इतिहास लिखा तो वो हमारे भव्य मंदिरों को भूल गए, तथा उन्होंने भारत के मंदिरों पर आधारित पूरे प्रोजेक्ट के लिए बधाई और शुभकामनायें दी।
विमोचन के अवसर पर असिस्टेन्ट लाइब्रेरियन श्री कानू चक्रवर्ती, सिस्टम एनालिस्ट श्री अनुराग त्रिपाठी, कनिष्ठ अधीक्षक मिस आरती गुप्ता समेत संस्थान के शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे। .
किताब के बारे में :- यह किताब खजुराहो के भव्य मंदिरों पर आधारित है | इन मंदिरों का निर्माण किसने किया, इसके पीछे क्या विचारधारा थी, इन प्रश्नों का जवाब कल्पना (फिक्शन) के माध्यम से खोजने का प्रयास किया गया है। यह किताब अतीत में चीजों को बदलकर भविष्य की तबाही को बदलने के विचार पर आधारित है।
कहानी की शुरुआत एक अजीब सपने से होती है जहां एक महिला सपने देखने वाले से कहती है कि वह कुछ अलग करने जा रहा है, मानवता की रक्षा करने के लिए उसे चुना गया है।
सपने देखने वाला कहानी का नायक है, उसका नाम रोहन है, वह बहुत प्रसिद्ध वैज्ञानिक है।
बात हो रही वर्ष 4034 की जहाँ ह्यूमनॉइड ( इंसानो जैसे दिखने वाले रोबोट ) बहुत आम हैं, संख्या में इंसानों से भी ज्यादा, ये ह्यूमनॉइड युवाओं के रोमांटिक साथी बन गए हैं, और शादी अब भूली-बिसरी परम्परा हो चुकी है।
जैसे-जैसे तकनीक बढ़ती गई, मानव मूल्यों में गिरावट आती गई और महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ते गए और स्थिति इतनी ज्यादा नियंत्रण से बाहर हो गई कि महिलाएं अपने लिए अलग राष्ट्र की मांग करने लगीं।
एक दिन जब रोहन ने समाचार देखने के लिए टीवी ऑन किया, तो उसने जो कुछ भी देखा वह उसे तबाह कर देने वाला था।
मानवता को बचाने के लिए और यह सुनिश्चित करना कि लोग इंसान होने की गरिमा समझे, जीवन की पूजा करें तथा महिलाओं का सम्मान करें, रोहन ने एक मिशन की शुरुआत की-'प्रोजेक्ट लव टेम्पल' जिसकी असली शुरुआत काशी विश्वनाथ मंदिर से होती है।
जुड़ें, रोहन के मशीनों के युग से चमत्कारों के युग तक की रहस्यों से भरी समय यात्रा (टाइम ट्रेवल), और दो भावुक दिलों के शाश्वत प्रेम कहानी का स्वाद चखें।
टीम : विपिन वर्मा (लेखक) एक प्रौद्योगिकी स्नातक और प्रबंधन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा हैं। उन्होंने माइक्रोस्ट्रिप पैच ऐन्टेना पर एक शोध पत्र प्रकाशित किया है तथा 'ए डायरेक्ट ब्रॉडकास्ट सिस्टम यूजिंग सीडीएमए टेक्नोलॉजी' पर एक पेटेंट दायर किया है। उनका तकनीकी दिमाग महान भारतीय कला और संस्कृति से प्रभावित है और उन्होंने भारत की सांस्कृतिक विरासत को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के लिए अपनी टीम चित्रा जोशी (सह-लेखिका) जो कि उत्तराखंड की खूबसूरत पहाड़ियों से हैं, और अदिति सिन्हा (प्रूफरीडर) जो कि 'धोनी के शहर' रांची से हैं के साथ प्रयासरत और प्रतिबद्ध हैं।
पुस्तक के बारे में अधिक जानने के लिए कृपया लिंक का अनुसरण करें या क्यूआर कोड स्कैन करें
One of the world's oldest civilizations, Our country Bharat, is an all-encompassing amalgamation of fascinating and rich heritage, traditions, and festivals. The main feature of our heritage is the exquisite architecture our ancestors built and the great philosophy they imparted to the world.
Our ancestors described the grandeur and beauty of Sanatan (Hinduism) not only on paper but by etching our majestic history on stones.
If you ever mistakenly think you are living in a developed era, then you must visit the temples of Ajanta, Ellora, Khajuraho, Hampi, and Sun temple; we bet you will be amazed to see how advanced we were thousands of years ago. When the world was barely able to manage daily affairs, we were creating history. The significant difference between this age of development and the era of our ancestors is, their development was sustainable development.
Vipin Verma of Indian Institute of Technology (Banaras Hindu University), Varanasi, along with his team Chitra and Aditi, is trying to revive the cherisma and magnificence of our rich and pious culture and architecture by attracting more people to this grandeur.
The book 'Project Love Temple' is the first installment in the series of Project Temple books.
About the book:- This book is based on the magnificent temples of Khajuraho. The book is more like a quest to find answers in fiction (Who built these temples?, what was the ideology behind it?) The book is based on an idea to change the dystopia of the future by changing things in past.
The story begins with a strange dream where a lady tells the dreamer that he is going to do something out of the box.
The dreamer is the protagonist of the story, his name is Rohan, and he is a very genius scientist.
It is the era 4034 where humanoids are very popular. Technology is at its peak; humanoids are becoming romantic partners of the youth, and marriage is a far forgotten tradition.
As technology progressed, human values declined, and crimes against women increased. The situation gets out of control as women demand for a separate nation.
One day when Rohan switched on the Television to get some news updates, he found something that made him extremely devastated.
To save humanity and ensure people will worship life and understand the dignity of being a human, Rohan starts a mission, ‘Project Love Temple’, the real beginning of which starts from Kashi Vishwanath Temple.
Join Rohan in his time travel from an era of machines to an age of miracles and savor the taste of mind-boggling mysteries, breathtaking adventurers, and the eternal love story of two passionate hearts.
Team: Vipin Verma (Author) is an Engineering graduate and possesses a Post Graduate Diploma in Management. He has published a research paper on Microstrip Patch Antenna and filed a patent on 'A Direct Broadcast System Using CDMA Technology'. His technical mind is influenced by the great Indian art and culture, and he is working with his team Chitra Joshi (co-writer), who comes from the beautiful hills of Uttarakhand, and Aditi Sinha (proofreader), who comes from 'Dhoni' ka shehar' Ranchi to make India's cultural heritage recognized globally.